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निडर शायरी स्टेटस | Nidar Shayari Status Quotes in Hindi

Nidar Shayari Status Quotes Image in Hindi – इस आर्टिकल में निडर शायरी स्टेटस कोट्स इमेज आदि दिए हुए है. इन्हे पढ़े और Facebook, WhatsApp, Twitter पर शेयर करें।

इंसान के अंदर निडरता ज्ञान (शिक्षा), शारीरिक शक्ति और अनुभव से आती है. शिक्षा सही मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित करता है. मुसीबत पड़ने पर हल निकालता है. शारीरिक शक्ति होने से कोई आपको अपनी शारीरिक शक्ति से डरा नहीं पाता है. अनुभव आपमें आत्मविश्वास को भरता है. जिसकी वजह से आप बिना डरे जीवन के कठिन कार्यों को भी कर लेते है. इंसान के अंदर डर का होना जरूरी है लेकिन अधिक डरना हानिकारक होता है.

निडरता का मतलब यह नहीं होता है कि आप जाकर शेर के सामने खड़े हो जाए. डरकर खुद को शेर से बचाना ही बुद्धिमानी है. कब डरना है और कब निडर रहना है. इसका निर्णय इंसान अपनी क्षिक्षा (ज्ञान) और अनुभव के आधार पर लेता है. यह बात हमेशा याद रखिये कि – “डरना अवगुण नहीं है, अत्यधिक डरना अवगुण है”. मुसीबत में हमेशा निडर रहना चाहिए। इससे आपका उत्साह और आत्मविश्वास बना रहता है, जिसके कारण आप वो कर देते है. जिस पर आप को स्वयं विश्वास नहीं होता है.

Nidar Shayari in Hindi

Nidar Shayari in Hindi
Nidar Shayari in Hindi

तू निडर होकर जी भले ज़माना डराये,
सच को परख कोई कितना भरमाये,
करके फतह हर ऊँची मंजिल को झुका दे,
कुचल देना कांटों को पथ में तेरे जो आये.
वेद प्रकाश “वेदांत”


डर किस बात का मैं निडर हूँ बड़ा,
क्योंकि अच्छों के साथ ईश्वर है खड़ा,
मनुष्य क्या कभी किसी से डरा है,
जिंदगी के हर मुसीबत से लड़ा है.
वेद प्रकाश “वेदांत”


दुश्मनों के बीच में भी निडर रहता हूँ,
शेर की तरह सीने में जिगर रखता हूँ.
वेद प्रकाश “वेदांत”


Nidar Status in Hindi

Nidar Status in Hindi
Nidar Status in Hindi

खोकर उन्हें हम बहुत निडर हो गये,
ऐ किस्मत तू अब किसी और को डरा.
वेद प्रकाश “वेदांत”


अज्ञानता डर पैदा करती है,
ज्ञान इंसान को निडर बनाता है.


डर डर के जिया तो सबने डराया,
आज मैं निडर हूँ तो सब डर रहे हैं.
वेद प्रकाश “वेदांत”


निडरता में ही जीवन का सार है,
जो डर कर जिया, उसका जीना बेकार है.


Nidar Quotes in Hindi

हमारे अंदर के अवगुण –
लोभ, काम, क्रोध, ईर्ष्या आदि
डर पैदा करते है. जबकि हमारे
अंदर के गुण – ईमानदारी, विनम्रता,
प्रेम, दया, क्षमा आदि निडरता
पैदा करते है.


इस समाज से जो डरते है,
उनकी सीमा तय हो जाती है,
जो स्वतंत्र और निडर होते है
उनके लिए जीवन असीम हो जाता है.


जिंदगी का असली मजा
निडरता से जीने में है.
इंसान खाली हाथ आया है,
और खाली हाथ ही जाएगा।


निडर शायरी

मैं हूँ निडर डराओ नहीं
हर मोड़ से गुजरा हूँ
आजमाओ नहीं
छेड़ोगे मुझको तो
हँसी छीन लुँगा
मेरे अंदर के शेर को
जगाओ नहीं।
वेद प्रकाश “वेदांत”


निडर तो हम भी बहुत है,
हर राह से गुजर जाते है,
पर इक ही कमी है मुझमे
अपनों को खोने से डर जाते है.
वेद प्रकाश वेदांत


Nidar Shayari

जो पूरी दुनिया को घर मान लिया
वो बेघकर कहाँ है,
जिसने अपने अंदर डर को पाल लिया
वो निडर कहाँ है.


जिंदगी के अंधियारों से मैं नहीं डरता हूँ,
बनके निडर, इन मुसीबतों से मैं खूब लड़ता हूँ.


Nidar Status

आज कल की बच्चियाँ बड़ी निडर है,
ये उनकी माँ की दुआओं का असर है.


मुझे उस राह पर चलना है जिसे मैं जानता नहीं,
मैं निडर बड़ा हूँ पर अभी मैं खुद को पहचानता नहीं।


जीवन में निडर होकर अपना काम करें,
वर्तमान में जो है, उसे हर्ष से स्वीकार करें।


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