Earthquake Shayari Status Quotes Image in Hindi – इस आर्टिकल में भूकंप शायरी स्टेटस कोट्स इमेज आदि दिए हुए है. पृथ्वी की सतह जब हिलती है तब उसे भूकंप या भूचाल कहते है. हमें डर लगता है कि हमारा घर गिर ना जाएँ इसलिए हम घर से बाहर किसी खुले मैदान में चले जाते है. तेज भूकंप में जान और माल का काफी नुकसान होता है.
भूकंप पृथ्वी के स्थलमण्डल ( Lithosphere ) में ऊर्जा के अचानक मुक्त हो जाने के कारण उत्पन्न होने वाली भूकम्पीय तरंगों की वजह से होता है. भूकंप को नापने के लिए भूकंपमापी ( Seismometer – सिस्मोमीटर ) का इस्तेमाल किया जाता है. पूरी दुनिया में भूकंप जापान में आता है. नुकसान को कम से कम करने के लिए जितने प्रयास जापान ने किये है उतना दुनिया का कोई अन्य देश नहीं किया है.
Earthquake Shayari in Hindi
भूकंप के झटके थोड़ा डरा देते है हमे,
जिंदगी कितनी अनमोल है बता देते है हमे.
भूकंप जब आता है तब हर कोई डर जाता है,
इसलिए तो हर कोई भागकर घर से बाहर आता है.
कभी-कभी भूकंप लाकर पूरी दुनिया को हिलाता है.
जब मानवता सो जाती है तो खुदा उसे जगाता है.
Earthquake Status in Hindi
जब जिंदगी में भूकंप आती है,
तो पूरी दुनिया हिली नजर आती है.
मशरूफ़ थे सब अपनी जिंदगी की उलझनों में,
जरा सी धरती क्या हिली सबको खुदा याद आ गया.
इंसान के सिर पर स्वार्थ इस कदर चढ़ गया है,
जमीन भी काँप जाती है, मगर जमीर नहीं कांपती.
Earthquake Quotes in Hindi
मेरी पूरी दुनिया हिल जाती है,
जब वो अपनी कमर हिलाती है,
जब वो मुस्कुराकर जुल्फें लहराती है,
तो मेरे दिल के जमीन पर भूकंप आती है.
भूकंप आएं और
तरक्की की हर दीवार गिराएं,
मगर उससे गुजारिश है
कि इंसान को चोट ना पहुँचाएं।
भूकंप से केवल दिल्ली की जमीन नहीं हिलती है,
बल्कि कुछ नेताओ का मानसिक संतुलन भी हिल जाता है.
Earthquake Shayari in Hindi
Bhukamp Jab Aata Hai Tab Har Koi Dar Jata Hai,
Isiliye To Har Koi Bhagakar Ghar Se Bahar Jata Hai.
Kabhi-Kabhi Bhukamp Lakar Poori Duniya Ko Hilata Hai,
Jab Manavta So Jati Hai to Khuda Use Jagata Hai.
Bhukamp Ke Jhatake Thoda Dara Dete Hai Hame,
Jindagi Kitani Anmol Hai Bata Dete Hai Hame.
भूकंप शायरी
दिल्ली में भूकंप आना इतना आम हो गया है,
लगता है ये अब टोकियो जापान हो गया है.
भूकंप से खुद को कैसे बचाया जाएँ,
स्कूल में बच्चों को जरूर सिखाया जाएँ।
भूकंप स्टेटस
प्रकृति से छेड़खानी की सजा मिल रही है,
संभल जा इंसान, ये धरती यूं ही नहीं हिल रही है.
भूकंप जब आता है तब हम किसी तरह बच जाते है,
लेकिन उसके बाद सोशल मीडिया पर जो भूकंप आता है
उसे कैसे बचे.
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