मजबूर शायरी | Majboor Shayari in Hindi
आदत से मजबूर शायरी
ख़ामोश थे हम तो मगरूर समझ लिया,
चुप हैं हम तो मजबूर समझ लिया,
यही आप की खुशनसीबी है कि हम इतने करीब है,
फिर भी आप ने दूर समझ लिया.
हालात मुझे कितना मजबूर करती हैं,
इल्म नही उसे, वो मुझे मजबूत करती है.
2 Line Majboor Shayari
किसी को क्या बताये कि कितने मजबूर हैं हम,
चाहा था सिर्फ़ तुझे और तुझ से ही दूर है हम.
वो होकर मजबूर हमारी जिंदगी से चले गये,
आजकल उनका रहना हमारे ख्यालों में होता है.
हालत से मजबूर शायरी
बहुत मजबूर हो जाता है इंसान जब वो,
किसी का हो भी नहीं सकता,
और उसे खो भी नहीं सकता.
सुकून हम अपने दिल का अब खो चुके है,
हम खुद को गम-ऐ-सागर में डुबो चुके हैं,
क्यों मजबूर करते हो हमें, ये खत दिखाकर
हम पहले से ही उदास है, बहुत रो चुके हैं.
मजबूर शायरी हिंदी
हम अपने आप पर गुरूर नहीं करते,
किसी को प्यार करने पर मजबूर नही करते,
जिसे एक बार दिल से दोस्त बना ले,
उसे मरते दम तक दिल से दूर नहीं करते.
मजबूर नही करेंगे तुझे वादे निभाने के लिए,
बस एक बार आ जा अपनी यादें वापस ले जाने के लिए.