Sawan Shayari Status Quotes Image in Hindi – इस आर्टिकल में सावन शायरी स्टेटस कोट्स इमेज आदि दिए हुए है. इन्हे जरूर पढ़े.
सावन का महीना प्रेम का होता है. सावन का महीना पवित्र होता है. सावन के महीने में प्रेम की विरह अत्यधिक वेदना देती है. अगर प्रेमी-प्रेमिका एक-दुसरे से दूर हो तो मिलने के लिए तड़पते रहते है. हृदय में प्रेम भरी विचारधाराएं उतपन्न होती है और ख़्वाबों में मिलने की कोशिश होती है. सावन के महीने में भगवान शिव की पूजा भी की जाती है. शिव के भक्त सावन के महीने में सोमवार का व्रत भी रखते है. इसी महीने में लोग कावंड लेकर जाते है.
सावन के महीने में गाँव के पेड़ों में झूले पड़ जाते है, जहाँ गाँव के बच्चे और बच्चियाँ झूला झूलती रहती है. खेती-बाड़ी के काम से फुरसत मिलती है तो रात को घर के लगभग सभी सदस्य थोड़ा बहुत झूला झूलते है. यह टूटा-फूटा झूला सावन के आनंद को बढ़ा देता है. शहर में तो सावन का पता ही नहीं चलता है.
Sawan Shayari in Hindi
रुपया पैसा कुछ खास नहीं
ग़र सावन में सजन मेरे पास नहीं
ये पावन मौसम ग़र तन्हा बीता
तो बचेगी फिर कोई आस नहीं ।।
वेदप्रकाश ‘वेदांत’
आया प्यार का मौसम तो
जाने कितने मन डोलेंगे
इस सावन बाहों में तुम्हें
भरने को सब बोलेंगे
पर तुम अड़िग ही रहना
प्रिय भूल न जाना मीत को
जब भी तन्हा खुद को पाओ
गा लेना तुम मेरे गीत को ।।
वेदप्रकाश ‘वेदांत’
चंचल सावन ग़र तू बन जाये
तो मैं बसन्त बहार बन जाऊँ
तू कजरी बन हर मन पर छाए
मैं रागों में राग मल्हार बन जाऊँ ।।
वेद प्रकाश ‘वेदांत’
Sawan Status in Hindi
जिसका मन सच्चा और हृदय पावन है,
उसका पूरा जीवन खुशियों का सावन है.
मेरे आँगन में बारिश खूब हुई मगर सावन नहीं आया,
अबके बरस फिर परदेश से लौट कर मेरा साजन नहीं आया.
Bhojpuri Sawan Shayari in Hindi
तोहरा प्यार मा हम ता पागल हईं
रात दू रात नेहिया मा जागल हईं
साथ छोड़ा न सावन महिनवा मा तू
तोरे मन के असमनवा के बादल हईं ।।
वेदप्रकाश ‘वेदांत’
Sawan Quotes in Hindi
सावन में झूले पड़ते थे
पीपल की शाखाओं पर
कलियाँ जादू करती थीं
भौरों के निज भावों पर
पहले के व्यवहार नेक थे
जीने के आधार एक थे
अब का मानव बैठा है
एक नहीं दस नावों पर.।।
वेदप्रकाश ‘वेदांत’
दिखावे की दुनियां में जीते क्यूँ हो साहब
बिना ग़म के हाला पीते क्यूँ हो साहब
जब सावन का मौसम निकल ही गया
तो छाते को अपने सीते क्यूँ हो साहब !!
वेदप्रकाश ‘वेदांत’
सावन अति पावन है साजन
भूल न जाना आने को
लिख पाती मैं भेज रही हूँ
प्रियवर तुम्हें मनाने को
आकर किसी बहाने से
उर में अमृत घोल दो
जाना है मिलने सजनी से
सारी दुनियां से बोल दो ।।
वेदप्रकाश ‘वेदांत’
सावन शायरी
सावन के इश्क़ में चढ़ गया बुखार
तप रहा है बदन कोई नजर तो उतार
हाय क्या किया उन क़ातिल निग़ाहों ने
लाओ लोटा भरके चढ़ा आऊँ धार ।।
वेद प्रकाश ‘वेदांत’
सावन में सजन तुम शहर गए
बोकर यौवन में ज़हर गए
नैना अबतक न सोई है
जाने कितने पहर गए ।।
वेद प्रकाश ‘वेदांत’
Sawan Poem in Hindi
सावन का ये मौसम
कुछ आस दिलाता है
इक इक बून्द तेरे होने का
अहसास दिलाता है
ग़र हम तुम मिल जायें
तो पावन कितनी ये रीत हो
पल पल हो खुशियों का संगम
और कदम कदम पर जीत हो ।।
वेद प्रकाश ‘वेदांत’
उस पगली लड़की के बिन
सावन भी अधूरा लगता है
जब वो साथ में होती है
हर मौसम पूरा लगता है
तुम सावन हो मेरे लिए
तुम ही बसन्त बहार हो
तुमको पढ़कर ऐसा लगता है
मानों जीवन का यही सार हो ।।
वेद प्रकाश ‘वेदांत’
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