Poem
दुनिया गोल है कविता | Duniya Gol Hai Poem in Hindi
Duniya Gol Hai Poem in Hindi ( Duniya Gol Hai Kavita ) – इस पोस्ट में “दुनिया गोल है” पर एक छोटी-सी कविता दी गयी हैं. इस कविता को जरूर पढ़े और इसे शेयर करें.
दुनिया गोल है पोएम | Duniya Gol Hai Poem
प्यार से कोई बोलेतो तुम भी बोलो प्यार के बोल
ये दुनिया है गोल
जैसा तुम करोगे
वैसा ही तुम्हारे साथ होगा
जो माँ-बाप की इज्जत नहीं करेगा
एक दिन अपने बच्चों से
उसे भी शर्मिंदगी सहना पड़ेगा
सबका अपना मोल हैं,
ये दुनिया गोल है.
जो पाप किया उसे सहना पड़ेगा,
अपनों से भी दूसर रहना पड़ेगा,
कैसे छुपाओगे अपने गुनाहों को ख़ुदा के सामने
वहां सारे गुनाह कबूलना पड़ेगा.