झोपड़ी शायरी | Jhopadi Shayari
हट शायरी | Hut Shayari in Hindi
ऐ ख़ुदा, ये बारिश मेरे दिल को कैसे सुकून पहुँचायेंगी,
अगर इस बारिश में उस गरीब की झोपड़ी बह जायेगी।
नींद न आने पर दवा खाने वालों,
क्या तुम्हे पता हैं नींद झोपड़ी में बड़ी अच्छी आती है.
झोपड़ी में रहने वाला न गरीब होता है,
महलों में रहने वाला न अमीर होता है,
फकीरी में जीना आसान नहीं होता
बड़ी सोच वाला ही अमीर होता हैं.
पैसा नहीं कमा सकते है सिर्फ जुनून से,
झोपड़ी वाले रहते हैं बड़े सुकून से.
Hut Shayari in Hindi
झोपड़ी पर शायरी | Jhopadi Shayari in Hindi
जो मन और धन से अमीर हो जाते है,
वो कभी किसी का मजाक नहीं बनाते हैं.
नहीं चाहिए झोपडी या महलों का आशियाना,
सिर्फ प्यार भरा दिल ही है अपना ठिकाना।
जो खुशियाँ महलों के चौकीदारों को देखकर डर जाती है,
वहीं खुशियाँ दबे पाँव चुपके से झोपड़ी में चली आती है.
ये झोपड़ी नहीं मेरे प्यार का घोंसला है,
इसका तिनका-तिनका बड़ी शिद्द्त से बुना है,
तू नहीं समझेगा इसकी कीमत क्योंकि
तुझे मोहब्बत के बारें क्या पता है?
कुँवर दीपेंद्र ‘नादान’