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Namak Haram Shayari in Hindi | नमक हराम शायरी

Namak Haram Shayari in Hindi – इस आर्टिकल में नमक हराम पर शायरी दिए हुए हैं. नमक हराम का मतलब होता है – जब कोई खाता आप का है और गाता किसी और का है तो उसे नमक हराम कहते है.

नमक हराम लोग लालच और स्वार्थ की चासनी डूबे रहते है. ये लोग किसी के सगे नही हो सकते है. ऐसे लोगो से हमेशा सावधान रहना चाहिए. इन्सान की नियत उसके व्यवहार से पता चल जाता है. अगर अच्छा इंसान होगा तो अच्छी बातें करेगा और अच्छा सुझाव देगा. बुरा इंसान सिर्फ बुरी बाते करता है और बुरी सुझाव देता है.

नमक हराम की प्रजाति सबसे आधिक नेता नगरी में पाई जाती है. यह अपना स्वार्थ देखकर पार्टी चुनते है. और अपने लाभ के लिए पार्टी परिवर्तन करने में जरा नही हिचकते है. जब तक पार्टी में रहते है तब तक पार्टी का गुणगान करते है. और दूसरी पार्टी में जाते ही उसकी बुराई करने लगते है.

Namak Haram Shayari in Hindi

आप जैसा सोचते है वैसी खराबी नही है,
हमारी नियत में नमक हरामी नही है.


लालच इंसान को नमक हराम बनाता है,
संस्कार इंसान को नमक हलाल बनाता है.


हमें क्या खबर थी ये अंजाम होगा,
नमक खाकर हमारा वो नमक हराम होगा,
वफादारी निभाना हमसे सीखो
मरते दम तक लबो पे उसी का नाम होगा.


Shayari on Namak Harami

घर घर की कहानी जान मुझे हैरानी है,
रिश्तों के पीछे कितनी नमक हरामी है.


आज माँ ने दुकान से नमक लाने को कहा,
नमक से कुछ नमक हराम दोस्त याद आ गये.


नमक हराम शायरी

पैकट का नमक ही खराब आता है,
जो लोगो को नमक हराम बनाता है.


नमक हरामों वाली हरकत देखी नमक-हलालो की,
भ्रष्टाचार विरोधी दावे, जय-जयकार दलालों की.


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