Pareshan Shayari | परेशान शायरी | Pareshan Dil Shayari
जिंदगी से परेशान शायरी | Jindagi Se Pareshan Shayari Hindi
कल क्या होगा इससे सब अनजान हैं,
पर कल के लिए लोग आज परेशान हैं.
न बोलती हो और न शरारत करके हैरान करती हो,
आजकल बड़े अदब से तुम हमे परेशान करती हो.
परेशानी का हल ढूढ़ते-ढूढ़ते अपने ख़्वाब बढ़ाते गये,
हल तो मिला पर अपनी परेशानी बढ़ाते गये.
कुछ लोग परेशान हैं तेरे-मेरे साथ से,
वैसे भी ये पूरा जमाना परेशान हैं किसी न किसी बात से.
दोस्त हूँ
हँसाता हूँ
थोड़ा परेशान करता हूँ
पर तुम्हारे उदास दिल पर
एक बहुत बड़ा एहसान करता हूँ
किसी को परेशान करना शायरी | Kisi Ko Pareshan Karna Shayari
दिल में बसाकर, दिल से ही परेशान हैं जमाना,
अगर वो दिल तोड़ जाये तो फिर क्यों आँसू बहाना।
तुझमें बसी मेरी जान हैं,
इसलिए मेरा दिल परेशान हैं.
जो अपनी क़ाबलियत से अनजान होता हैं,
वो इस दुनिया में बड़ा परेशान होता हैं.
दिल में बसने वाले इक एहसान कर,
अब इस दिल को और न परेशान कर.
जब इश्क कामयाब नहीं होता है,
तो खामोश जुबान होता हैं,
महफ़िल में दिल को चैन मिलती नहीं
और तन्हाई से दिल परेशान होता हैं.